आम आदमी है लाचार, चाहे जिसकी हो सरकार।
सिस्टम न बदलेगा यार, चाहे जिसकी हो सरकार।
अम्बानी पर न अत्याचार, चाहे जिसकी हो सरकार।
सांड़ सरकारी रहे डकार, चाहे जिसकी हो सरकार|
चलो इन्हें भी अजमा लो, जिनका तुमको चढ़ा बुखार|
तो फिर, अबकी बार किसकी सरकार?
सिस्टम न बदलेगा यार, चाहे जिसकी हो सरकार।
अम्बानी पर न अत्याचार, चाहे जिसकी हो सरकार।
सांड़ सरकारी रहे डकार, चाहे जिसकी हो सरकार|
चलो इन्हें भी अजमा लो, जिनका तुमको चढ़ा बुखार|
तो फिर, अबकी बार किसकी सरकार?
Modi sarkaar Modi sarkaar !
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